जेल के बंदियों के लिए शुरु हुए कालीन बुनाई शिविर का शुभारंभ
जेल में सजा काट रहे बंदी बनेंगे आत्म निर्भर आईजी जेल ने फीता काटकर शुभारंभ किया
मिर्जापुर। जिला कारागार में बंदियों के लिए शुरू हुए कालीन बुनाई शिविर का शुक्रवार को आईजी जेल चंद्रप्रकाश और एडिशनल आईजी जेल वीके जैन ने फीता काटकर शुभारंभ किया। अधिकारियों ने बुनाई करने वाले बंदियों से बात की। इसके बाद भंडारा, बैरक आदि का निरीक्षण कर जुर्माना राशि जमा न करने के कारण जेल की सजा काट रही महिला का जुर्माना जमा करने के लिए कहा।
जिला कारागार में विक्रम कार्पेट के सहयोग से बंदियों के लिए कालीन व दरी बुनाई का शिविर लगाया गया है। इसमें जेल में बंदी प्रशिक्षण प्राप्त कर दरी की बुनाई करेंगे। जिसका मेहनताना उन्हें मिलेगा। इसमें कच्चा माल विक्रम कार्पेट के आरके जैन की ओर से दिया जाएगा। जेलर सुरेश मिश्रा ने बताया कि जेल में कई बंदियों ने दरी बुनाई का प्रशिक्षण लिया है। प्रशिक्षणप्राप्त बंदी अन्य बंदियों को बुनाई का प्रशिक्षण दे रहे है। इस समय 12 बंदी बुनाई का काम कर रहे है। जिनको बुनाई का मेहनताना दिया जाएगा। बुनाई शिविर का शुभारंभ करने के बाद आईजी ने भंडारा कक्ष का निरीक्षण कर भोजन की गुणवत्ता को परखा। इसके बाद महिला बैरक में पहुंचे। वहां पर एक महिला 25 हजार जुर्माना न भरने के कारण दो साल की सजा काट रही है। आईजी ने कार्पेट व्यवसायी आरके जैन से उसका जुर्माना जमा कराकर उसे जेल से बाहर निकालने में उसकी मदद के लिए कहा। डेढ़ घंटे मुआयना के बाद दोनों अधिकारी मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने के लिए रवाना हो गए। इस अवसर पर जेल अधीक्षक अनिल राय, डिप्टी जेलर जय नरायन सिंह, नरेंद्र सिंह, उमेश आदि रहे।