भदोही। योगी सरकार के लघु उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे बीडा के अधिकारियों कर्मचारियों में हड़कम्प मचा हुआ हैं। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा लग्जरी कार दिए जाने की पेशकश को ठुकरा दिया है जिससे भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारी घबराए हुए हैं। बीडा द्वारा दस वर्ष में सपा-बसपा सरकार के उद्योग मंत्री व सचिव को जनता के पैसों से विभाग द्वारा कार व चालक उपलब्ध कराती थी साथ कि उसका पूरा खर्चा भी वहन करती थी ताकि उनके द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार पर कोई कार्यवाई न हो।
भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण के पूर्व की सरकारों में किये गए कारनामे किसी से छुपे नही हैं। यहां के कई अधिकारियों कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार करने के आरोप लग चुके हैं लेकिन उनपर कोई कठोर करवाई नही हुई बल्कि जांच तक कि फाइलों पर पर्दा डाला गया। आरोप है कि विभाग में बीते 10 वर्षो में कोई भी पूर्णकालिक अधिकारी की तैनाती नही हुई और प्रभार देकर इस प्राधिकरण को चलाया गया। इस दौरान प्राधिकरण द्वारा विकास के कोई विशेष कार्य भी नही कराये गए और पूर्व से बनी कालोनियों में भी कई तरह के कारनामे किये गए। इस सब कारनामो पर पर्दा डालने के लिए प्राधिकरण द्वारा लघु उद्योग मंत्री व सचिव को लग्जरी वाहन उपलब्ध कराया गया और चालक भी देने के साथ ईंधन सहित पूरा खर्च भी वहन किया गया। इस विभाग के पूर्व मंत्री रहे चंद्रदेव राम यादव भ्रस्टाचार के मामले में जेल तक जा चुके । इसका कई राजनीतिक लोग व संगठनों ने विरोध भी किया था। लोगो का आरोप के मुताबिक अधिकारी कारनामो पर पर्दा डालने के लिए यह सुख-सुविधा उपलब्ध कराते थे। विभाग की सूत्रों के मुताबिक एक बार फिर सरकार बदलते ही योगी सरकार में लघु उद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी को प्राधिकरण द्वारा कार देने की पेशकश की गई जिसे उन्होंने ठुकरा दिया है। इस पेशकश को ठुकराए जाने के बाद भ्रष्टाचार का आरोप झेल रहे अधिकारियों-कर्कमचरियो में दहशत है। उन्हें डर है कि कहीं उनकी पोल न खुल जाए। लेकिन मंत्री के इस कदम की कालीन नगरी में चर्चा है। लोगों को अब लग रहा है कि जल्द ही बीडा के कई मामलों की फाइल खुल सकती है। इस दौरान बीडा के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ व लघु उद्योग मंत्री तक बराबर शिकायते भी पहुंच रही हैं।