काशी आई वित्तमंत्री ने अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए उद्योगपतियों व केंद्रीय कर के अधिकारियों के साथ की बैठक
वाराणसी अर्थव्यस्था में सुधार के लिए देशव्यापी अभियान के तहत अहमदाबाद के बाद काशी में वित्तमंत्री कैंपेन से जुड़े बिंदुओं पर आयकर, जीएसटी व कस्टम अधिकारियों और उद्योगपतियों के साथ यहां के निजी होटल में समीक्षा बैठक की। पहले चरण में वित्त मंत्री ने आयकर, जीएसटी, बैंक अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद बनारस के प्रमुख उद्यमियों, व्यापारियों, कारोबारियों के साथ बैठक कर अर्थव्यवस्था में गति लाने पर चर्चा की।इसमें योजनाओं की समीक्षा के साथ ही भविष्य के लिए योजनाएं भी तय की गईं। आयकर विभाग में भी कार्रवाई से लेकर कर भुगतान और इस क्षेत्र की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयारी पर भी वित्तमंत्री ने जानकारी ली। बाद में मीडिया प्रतिनिधियों से बात करते हुए देश में मंदी की बात को सिरे से खारिज किया।उन्होंने कहा कि पूरा विश्व मंदी की चपेट में है , लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी उभरती हुई है अर्थव्यवस्था है , इस पर विश्व की मंदी का उतना प्रभाव नहीं पड़ेगा।किसानों और इंडस्ट्री के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। जिससे मंदी का असर विश्व के अन्य देशों के सापेक्ष नहीं के बराबर ही होगा। ऑटो इंडस्ट्री में मंदी के सवाल पर कहा कि इसके लिए ऑटो इंडस्ट्री मालिकों से विचार-विमर्श किया जा रहा है। पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी से बाहर करने के सवाल पर कहा कि इसके लिए जीएसटी फेडरल कौसिंल ही तय करेगी ,सरकार इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं करेगी। वहीं सोने के बढ़ते मूल्य के सवाल पर कहा कि सोने के आयात पर भारतीय मुद्रा का एक बड़ा भाग खर्च हो रहा है, सरकार ने इसे कम करने के लिए सोने पर टैक्स को बढ़ाया है।