वाराणसी के ट्रेड सेंटर से हस्तशिल्प बुनकरी के लिए होगी नए युग की शुरुआत
पीएम मोदी काशी आते ही सीधे बड़ा लालपुर मे सेंटर का पीएम उद्घाटन करेंगे। बुनकरों और हस्शिल्पकारो के लिए दो सौ करोड़ की अधिक की लागत से बनकर तैयार हुआ ये ट्रेड सेंटर पूरी तरीके से 22 तारीख को पीएम मोदी द्वारा जनता को समर्पित कर दिया जाएगा. पीएम मोदी के हाथो लोकार्पण के लिए ये ट्रेड सेंटर सज सवंर कर तैयार हैं। लपकार्पण के व्बाद बड़ा लालपुर स्तिथ इस सेंटर से काशी का ताना बाना पुरे विश्व में चमकेगा। https://youtu.be/IyYUsICoOlw सुविधा केंद्र के अंतर्गत बेसमेंट,ग्राउंड फ्लोर सहित तीन अतिरिक्त फ्लोर, दो स्तरीय बेसमेंट सहित लगभग चार सौ चार पहिया वाहन कड़ी करने की सुविधा , भूतल अतिरिक्त 11 मार्ट , लगभग 2000 व्यक्तियों के बैठने वाला कन्वेशन सेंटर, फ़ूड कोर्ट, १४ दुकाने, पूछतछ केंद्र, प्रवेश प्लाज़ा गैलरी,तथा एम्फीथियेटर। प्रथम ताल पर 13 मार्ट ,दो एटीएम,प्रदर्शन गैलरी, दो रेस्तरां ,,लॉउन्ज ,सिल्क गैलरी, कॉर्पोरेट गैलरी तथा इतिहास एवं संगीत गैलरी https://youtu.be/IyYUsICoOlw
इसके द्वितीय तल पर-व्यापर केंद्र , सभागार ,व्यापर व् सूचना का राष्ट्रिय केंद्र, चार दुकाने, 15 डारमेट्री ,कार्यालय,पुस्तकालय ,रिकॉर्ड रूम , चल चित्र हॉल आदि ,
इसके तृतीय तल पर 13 कार्यालय,तथा व्यापर केंद्र के अतिरिक्त 18 अतिथिगृह कॉमन हॉल , सेंटर का सम्पूर्ण परिसर वातानुकूलित ,और पावर बैकअप की सुविधा से लेस हैं परिसर में 13 लिफ्ट , दो सामग्री लिफ्ट , दो स्वचालित सीढिया हैं। 100 किलोवाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र भी स्थापीत हैं इस अत्याधुनिक सेंटर से काशी सहित पूर्वांचल के विभिन्न शहरो के बनकर व् हस्तशिल्पकारों को काफी सुविधा होगी जिससे वह अपने तैयार किये गए माल को विश्व पटल पर ला सकेंगे
इसके द्वितीय तल पर-व्यापर केंद्र , सभागार ,व्यापर व् सूचना का राष्ट्रिय केंद्र, चार दुकाने, 15 डारमेट्री ,कार्यालय,पुस्तकालय ,रिकॉर्ड रूम , चल चित्र हॉल आदि ,
इसके तृतीय तल पर 13 कार्यालय,तथा व्यापर केंद्र के अतिरिक्त 18 अतिथिगृह कॉमन हॉल , सेंटर का सम्पूर्ण परिसर वातानुकूलित ,और पावर बैकअप की सुविधा से लेस हैं परिसर में 13 लिफ्ट , दो सामग्री लिफ्ट , दो स्वचालित सीढिया हैं। 100 किलोवाट क्षमता का सौर ऊर्जा संयंत्र भी स्थापीत हैं इस अत्याधुनिक सेंटर से काशी सहित पूर्वांचल के विभिन्न शहरो के बनकर व् हस्तशिल्पकारों को काफी सुविधा होगी जिससे वह अपने तैयार किये गए माल को विश्व पटल पर ला सकेंगे