कालीन निर्यात में 18.6फीसदी वृद्धि, देश के कुल निर्यात में लगातार १३ महीने गिरावट
हैंडीक्राफ्ट्स निर्यात में 27 फीसदी, कार्पेट निर्यात में 18.36 फीसदी
निर्यात में गिरावट, सोने का आयात हुआ दोगुना
वहीं, इस दौरान वस्तुओं के आयात में 3.88 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक गत दिसंबर महीने में 22.2 अरब डॉलर का निर्यात किया गया, जबकि वर्ष 2014 के दिसंबर महीने में 26.1 अरब डॉलर का निर्यात किया गया था। इस अवधि में 33.9 अरब डॉलर का आयात किया गया, जबकि दिसंबर 2014 में 35.3 अरब डॉलर का आयात किया गया था।
आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर माह में हैंडीक्राफ्ट्स निर्यात में 27 फीसदी, कार्पेट निर्यात में 18.36 फीसदी, रेडीमेड गारमेंट्स में 5.01 फीसदी, फार्मा में 8.19 फीसदी की बढ़ोतरी रही। वहीं, इंजीनियरिंग वस्तुओं के निर्यात में 15.68 फीसदी, जेम्स व ज्वैलरी में 7.75 फीसदी, चमड़े व चमड़ा उत्पाद में 13.73 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। निर्यात में लगातार गिरावट को लेकर सरकार की तरफ से कहा गया है कि निर्यात में गिरावट दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के अनुरूप है।
अक्तूबर 2015 में अमेरिका का निर्यात 10.30 फीसदी, यूरोपीय संघ का निर्यात 10.83 फीसदी तथा चीन का निर्यात 6.94 फीसदी गिरा है। हालांकि चीन में पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक वहां निर्यात में दिसंबर 2015 में� महज 1.4 फीसदी की गिरावट हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के कारण तेल आयात 33.19 फीसदी से घटकर 665.67 करोड़ डॉलर पर आ गया।वर्ष 2015 के दिसंबर माह में सोने के आयात में दिसंबर 2014 के मुकाबले 179.05 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। बीते माह में सोने का आयात 3.8 अरब डॉलर का रहा, जबकि वर्ष 2014 के दिसंबर महीने में 1.3 अरब डॉलर का सोना आयात किया गया था। पिछले चार महीनों में सोने के आयात का यह उच्चतम स्तर है। यह अगस्त 2015 के बाद सर्वाधिक स्वर्ण आयात है।
अगस्त में स्वर्ण आयात 140 प्रतिशत बढ़कर 495.77 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया था। इसके बाद लगातार तीन महीने इसमें सालाना आधार पर गिरावट दर्ज की गई।
सितंबर में यह 45.62 फीसदी घटकर 205.75 करोड़ डॉलर, अक्तूबर में 59.55 फीसदी घटकर 170.13 करोड़ डॉलर तथा नवंबर में 63.5 फीसदी घटकर 353.99 करोड़ डॉलर रहा था। दिसंबर 2015 में चांदी का आयात भी 158.93 फीसदी बढ़कर 47.20 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। दिसंबर 2014 में यह 18.23 करोड़ डॉलर था।सोने की कीमतें सोमवार को सर्राफा बाजार में 165 रुपये तक गिरकर 26,385 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई।
मौजूदा स्तर पर ज्वेलर्स और रिटेलर्स की ओर से मांग कमजोर होने के कारण सोने की कीमतें दो माह के अधिकतम स्तर से नीचे आईं हैं। हालांकि वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में तेजी आई है।
औद्योगिक इकाईयों और सिक्का निर्माताओं की ओर से मांग घटने के कारण चांदी भी 15 रुपये की गिरावट के साथ 34,000 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गई।