अगले वित्त वर्ष से बढ़ सकता है निर्यात
नई दिल्ली।
आगामी वित्त वर्ष 2016-17 में वस्तुओं के निर्यात में बढ़ोतरी हो सकती है। यह अनुमान शुक्रवार को संसद में वर्ष 2016 के लिए पेश किए गए आर्थिक सर्वेक्षण में जतया गया है। हालांकि सर्वे में यह भी कहा गया है कि अगले वित्त वर्ष में निर्यात बढ़ने से पहले निर्यात में मंदी अभी कुछ समय जारी रह सकती है। वर्ष 2014 के दिसंबर माह से वस्तुओं के निर्यात में लगातार गिरावट जारी है।
सर्वे में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर जिंसों की कीमतों में सुस्ती चालू लेखा घाटे (करेंट अकाउंट डेफिसिट) के लिए ठीक है। मुख्य निर्यात क्षेत्र इंजीनियरिंग, पेट्रोलियम उत्पाद, जेम्स व ज्वैलरी, टेक्सटाइल, केमिकल्स और कृषि उत्पाद के निर्यात में गिरावट का रुख रहा है। चालू वित्त वर्ष 2015-16 के पहले 10 महीनों में निर्यात में गिरावट के साथ आयात में भी कमी आई है।
आयात में कमी से 2015-16 की पहली छमाही के दौरान भारत की भुगतान संतुलन स्थिति आरामदायक रही है। सीएडी के कम स्तर के साथ-साथ पूंजी आवक में साधारण बढ़ोतरी से विदेश मुद्रा का भंडार 2015-16 की पहली छमाही में 10.6 अरब डॉलर बढ़ा है।
निर्यात बढ़ाने के लिए अधिमान्य व्यापार करार अपनाने की सलाह
2014 के दिसंबर माह से वस्तुओं के निर्यात में गिरावट लगातार जारी