कालीन उद्योग के लिए खतरा बना कोरोना, चाइना फेयर रद्द होने के बाद भारतीय एक्सपो पर संकट के बादल कई बायरो ने रद्द की यात्रा, चिंता में निर्यातक

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भदोही। चाइना से शुरू हुआ कोरोना वायरस का प्रकोप भारत सहित विश्व के कई देशों में फैलने के बाद जहां वैश्विक बाजार में हड़कम्प है वहीं भारत से निर्यात किये जाने वाले उत्पादों पर भी इसका गहरा असर पड़ रहा है। 12 हजार करोड़ की कारपेट इंडस्ट्री पर भी इसका असर तेज हो रहा है। चाइना में लगने वाला कार्पेट फेयर जहां पहले ही रद्द कर दिया गया है वहीं 28 मार्च को दिल्ली में होने वाले इंडिया कारपेट एक्सपो पर भी कोरोना के कारण संकट के बादल मंडरा रहे हैं। हालांकि कारपेट एक्सपो के समय अहमदाबाद में 27 मार्च से 5 अप्रैल तक लगने वाले एनुअल मेगा शॉपिंग शो को सरकार ने रद्द कर दिया है निर्यातक का मानना है कि इस परिस्थिति में carpet expo पर प्रभाव पड़ना तय है कई निर्यातको  के मुताबिक उनके बायर फेयर में आने से कतरा रहे हैं।

विदेशों में भारतीय हस्तनिर्मित कालीनों का निर्यात लगभग 12 हजार करोड़ का है। सबसे अधिक निर्यात अमेरिका, यूरोप के बाजारों में होता है। कई स्वास्थ्य  संगठन द्वारा यह दिशा निर्देश जारी होने के बाद कि जरूरी हो तभी यात्रा करें उसके बाद कई देशों ने अपने देश मे इस तरह के पत्र जारी किए है , भारत के प्रधानमंती नरेंद्र मोदी ने भी एक ट्वीट करके कहा है कि वे इस बार कोरोना वॉयरस के खतरे के देखते हुए सार्वजनिक होली मिलन कार्यक्रमो से परहेज करेगे भारत के लिए चाइना भी कालीन का एक उभरता हुआ मार्केट बना है जहां से कालीन कारोबारी अच्छा कारोबार कर रहे हैं। लेकिन कोरोना के प्रभाव के कारण कालीन उद्योग की हालत खराब होने की तरफ है। चाइना के शीनिंग में 24 मार्च से लगने वाले चाइना फ्लोर फेयर को पहले ही रद्द किए जाने से यहां के कालीन उद्योग को अनुमानित दो सौ करोड़ से अधिक का नुकसान उठाना पड़ा है वहीं दिल्ली में 28 मार्च से होने वाले इंडिया कार्पेट एक्सपो पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इंडिया एक्सपो की तैयारी में जूट लगभग एक दर्जन निर्यातको  के मुताबिक उनके बायर फेयर में आने से मना कर रहे हैं। अचानक भारत मे बढ़े कोरोना वायरस के मामलों के कारण बायर यहां आने में दिलचस्पी नही दिखा रहे हैं।

        निर्यातको  ने परिषद को मेल कर पूरे स्थिति से अवगत कराया है कि किस तरह कोरोना का फेयर पर असर पड़ सकता है। अगर फेयर रद्द हुआ तो अनुमानित 500 करोड़ का नुकसान हो सकता है  इंडिया कार्पेट एक्सपो पर पड़ रहे कोरोना वायरस के असर पर भदोही  निर्यातक समरेंद्र ने बताया कि उनके एक जापानी कस्टमर ने बताया कि सरकार सभी तरह के वीजा रद्द कर रही है और वो सरकार के अगले निर्देशो के इंतजार में हैं। निर्यातक भदोही विनय गुप्ता के मुताबिक उनके ज्यादातर कस्टमर कोरोना के कारण नही आ रहे हैं।मिर्ज़ापुर  निर्यातक अनिल सिंह ने बताया कि उनके एक कस्टमर ने टिकट रद्द करा लिया है। वाराणसी निर्यातक विवेक ने बताया कि उनके उत्तरी अमेरिका के एक कस्टमर ने अपनी यात्रा रद्द कर दी है ।जयपुर  निर्यातक राजीव गुप्ता के एक आयातक अपनी यात्रा रद्द की है वही राजीव अग्रवाल के 2 आयातक ने भी अपनी यात्रा टाल दी है निर्यातकजयपुर के ही  अश्विनी के 3 आयातको ने अपनी यात्रा मिर्ज़ापुर निर्यातक उमेश शुक्ला ने बताया कि ज्यादातर अमेरिकन बायर यात्रा रद्द कर रहे हैं यात्रा रद्द करने वाले में अमेरिका के कई बड़े आयातक शामिल है जो भारतीयों निर्यातकों से अच्छी खरीदारी करते थे । उन्हें उम्मीद है कि फेयर को लेकर कालीन निर्यात संवर्धन परिषद जल्द कोई फैसला लेगी, क्योंकि लगातार बायरो दिलचस्पी कम हो रही हैं। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद्व के प्रसासनिक समिति के सदस्य संजय गुप्ता ने बताया की यह कोरोना के संक्रमण की स्पीड है बहुत तेज है चाइना के बाद इटली ,ईरान में फैला है अभी इसका इलाज भी नहीं है इससे पूरी दुनिया  सावधानी बरत रही है मार्च में लगने वाली मेले को अन्य अंतर्राष्ट्रीय मेले की तरह टाल दिया अभी हाल में है अभी कॉमर्स मिनिस्ट्री ने कारपेट एक्सपो के समय से अहमदाबाद में लगने वाले मेगा शौपिंग फेस्टिवल को कैंसिल टाल  दिया उसी तरह कारपेट एक्सपो को टाल दिया जाये इसके उन्होंने परिषद् को भी पत्र लिखा। वहीं परिषद के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर संजय कुमार ने बताया कि फेयर के आयोजन की पूरी तैयारी है और फेयर सफल होगा।

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