CEPC elections: One group announced its candidates,

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CEPC चुनाव: एक गुट ने घोषित किए प्रत्याशी, बताए अपने विजन गुट ने एक्सपो मार्ट में चार फेयर आयोजित कराने का किया वादा सीईपीसी के खर्चो को कम कर मझोले निर्यातकों को मिलेगा बढ़ावाभदोही। बृहस्पतिवार को कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) चुनाव के मद्देनजर होटल शिराज में वरिष्ठ कालीन निर्यातक रवि पाटोदिया, विनय कपूर व संजय गुप्ता गुट ने प्रेस वार्ता कर कहा कि भदोही में एक्सपो मार्ट में वर्ष मे एक एक्सपो आयोजन से विशेष लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए हम लोग यदि चुनाव जीते तो यहां प्रत्येक वर्ष दो अंर्तराष्ट्रीय और दो डोमेस्टिक एक्सपो आयोजित करेंगे। गुट ने यह भी वादा किया कि यदि अवसर मिला तो एक्सपो में भागीदारी की मौजूदा कीमत 5000 रुपये प्रति वर्ग मीटर से घटाकर 2500 प्रति मीटर करेंगे।ज्ञात हो कि सीईपीसी के 18 प्रशासनिक सदस्यों के लिए चुनाव हो रहा है। जिसमे से 10 प्रत्याशी भदोही के हैं। वहीं प्रेस वार्ता में भदोही के सभी प्रत्याशी मौजूद रहे। निर्यातक रवि पाटोदिया ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में कालीन उद्योग का कोई कार्य नहीं हुआ तथा एक प्रकार से कालीन उद्योग ने कीमती समय गवां दिए। जिससे बहुत नुकसान हो चुका है अब कालीन उद्योग और नुकसान नहीं झेल सकता। उन्होंने कहा कि कालीन निर्यात जो आज 14700 करोड़ है वह अब तक 60 हजार करोड तक पहुंच जाना चाहिए था लेकिन ऐसा न हो सका।विनय कपूर ने कहा कि भदोही में एक्सपो मार्ट बना जिसके पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हम आभारी हैं लेकिन इसका हम लोग अधिक लाभ नहीं उठा सकें। कहा हम लोग यदि सीईपीसी में जीत कर पहुंचे तो यहां प्रत्येक वर्ष दो अंतर्राष्ट्रीय और दो डोमेस्टिक फेयर कराएंगे। साथ ही मझोले निर्यातकों को भी इसका लाभ मिले इसके लिए स्टाल की मौजूदा कीमतों को आधी कर देंगे। ज्ञात हो कि स्टाल की मौजूदा कीमत 5000 रुपये प्रति वर्ग मीटर है। उधर निर्यातक रवि पाटोदिया ने कहा कि हम आल इंडिया कारपेट मैनुफैक्चरर्स एसोसिएशन (एकमा) ने वर्ष 1982 में सीईपीसी की स्थापना की। इसलिए एकमा और सीईपीसी को नजदीक लाने का काम करेंगे। बताया कि वर्तमान में भारत का कालीन निर्यात 14750 करोड़ है जबकि इसे अब तक 60 हजार करोड़ पहुंच जाना चाहिए था। टीम के अन्य सदस्य संजय गुप्ता ने कहा कि हमें अब पीछे देखने का समय नहीं है। इसलिए हम विकास पर ध्यान देंगे। कहा कि सीईपीसी के फालतु खर्चों को कम करके उसे मझोले निर्यातकों पर खर्च करके लाभ दिलाएंगे और उद्योग के विकास में भागीदार बनेंगे। उन्होंने सभी मतदाता निर्यातकों से अपनी अपील में कहा कि इलेक्ट्रानिक (आनलाईन) मतदान खुद करें किसी दूसरे को अपना पासवर्ड न दें। वार्ता के दौरान 18वें प्रत्याशी के रूप में दिपक खन्ना के नाम की घोषणा की गई। उमेश शुक्ला बयालु, तिलक राज खन्ना, पंकज बरनवाल, कमरुद्दीन अंसारी, नुमान अहमद, जाबिर बाबू अंसारी ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन अश्फाक अंसारी ने किया।

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